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मंगलवार, 31 दिसंबर 2024

सीएम सैनी आज पहुंचेंगे चौटाला, सिरसा में ड्रोन उड़ाने पर पूर्ण पाबंदी

चौटाला के आसपास के क्षेत्र में ड्रोन, ग्लाइडर, रिमोट कंट्रोल एयरक्राफ्ट, फ्लाइंग कैमरा, कवर्ड चोपर, हेलीकैम उड़ाने पर प्रतिबंध



सिरसा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के चौटाला दौर के मद्देनजर सिरसा में मंगलवार को ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी लगाई गई है। 

जिलाधीश लक्षित सरीन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 व ड्रोन नियमावली 2021 के तहत आदेश जारी कर नगर परिषद सिरसा के पांच किलोमीटर के दायरे व गांव चौटाला के आसपास के क्षेत्र में ड्रोन, ग्लाइडर, रिमोट कंट्रोल एयरक्राफ्ट, फ्लाइंग कैमरा, कवर्ड चोपर, हवाई कवरेज के लिए हेलीकैम उड़ाने पर प्रतिबंध लगाया है। 

बता दे कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व अन्य वीवीआईपी के 31 दिसंबर को प्रस्तावित दौरा कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा की दृष्टि से जारी किए गए हैं। ड्रोन नियमावली 2021 के तहत निर्धारित क्षेत्र को अस्थाई रेड जोन घोषित किया गया है। हालांकि ये आदेश ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों व पुलिस कर्मियों पर लागू नहीं होंगे। वहीं दूसरी ओर इन आदेशों की उल्लंघना करने वाले व्यक्ति के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 के तहत कार्रवाई की जाएगी।


शनिवार, 28 दिसंबर 2024

जैसलमेर में 8 सौ फीट तक खोदा कुआं तो फूटा सरस्वती नदी का फव्वारा !

 सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो



जैसलमेर। मोहनगढ़ के नहरी क्षेत्र में एक अद्भुत घटना सामने आई है, जिसमें जमीन से अपने आप ही पानी का फव्वारा निकले लगा और खेतों में दूर तक पानी फैल गया। दरअसल यह सरस्वती नदी का लुप्त इलाका माना जाता है। कयास लगाया जा रहा है कि पानी का यह फव्वारा सरस्वती नदी से जुड़ा हुआ है, जो क्षेत्र के लिए बड़ी खुशखबरी के तौर पर देखा जा रहा है। 


खुदाई कर रही मशीन जमीन में धंस गई 

जानकारी अनुसार, मोहनगढ़ के चक 27 बीडी के पास ट्यूबवेल की खुदाई का कार्य चल रहा था। इस दौरान अचानक जमीन से पानी का फव्वारा फूट पड़ा। विक्रम सिंह के खेत में हुई इस घटना के बाद खुदाई कर रही मशीन जमीन में धंस गई और खेत तालाब में बदल गया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है। 

ट्यूबवेल की खुदाई 800 फीट तक पहुंची

दरअसल, मोहनगढ़ में यह घटना तब हुई जब खेत में ट्यूबवेल की खुदाई 800 फीट तक पहुंची। जैसे ही पाईप निकाले जा रहे थे, जमीन से पानी अपने आप ऊपर उठने लगा। पानी इतनी तेजी से निकला कि आसपास के खेत पानी में डूब गए। हजारों लीटर पानी खेत में जमा हो गया और खेत एक तालाब में तब्दील हो गया। 

यह घटना सरस्वती नदी के प्राचीन प्रवाह के संकेत

इस घटना के बाद भूजल वैज्ञानिक डॉ. नारायण दास ईणखिया ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा कि यह भूजल का सामान्य रिसाव नहीं हो सकता। उन्होंने इसे लुप्त सरस्वती नदी के चैनल से जोड़ते हुए संभावना जताई कि यह घटना सरस्वती नदी के प्राचीन प्रवाह के संकेत हो सकते हैं।


ओलावृष्टि से बर्बाद फसलों की तुरंत हो गिरदावरी, किसानों को सरकार दे 40 हजार रूपये प्रति एकड़ मुआवजा

 * कुमारी सैलजा ने उठाई पुरजोर मांग 


चंडीगढ़, टूडे खास खबर। 
ओलावृष्टि से हरियाणा में करीब 5 जिलों में फसलों को हुए भारी नुकसान को लेकर सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने प्रदेश सरकार से तुरंत गिरदावरी करवारकर किसानों को मुआवजा देने की मांग उठाई है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव कुमारी सैलजा ने कहा कि शुक्रवार को कई जिलों में बारिश और भारी ओलावृृष्टि से गेहं, सरसों और सब्जियों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द ओलावृष्टि से खराब हुई फसल का कम से कम 40 हजार रुपए प्रति एकड़ तक मुआवजा दे।

5 जिले ओलावृष्टि से बुरी तरह हुए प्रभावित 

गौरतलब है कि प्रदेश के 11 जिलों में शुक्रवार को बारिश हुई, इनमें जींद, हिसार, भिवानी, रोहतक, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, सिरसा, फतेहाबाद, झज्जर, पानीपत और सोनीपत जिले शामिल हैं। कई जगह तड़के 3 बजे ही बारिश शुरू हो गई थी। इस दौरान हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, भिवानी और कैथल में जमकर ओले भी गिरे। फतेहाबाद जिला में तो इतनी भारी ओलावृष्टि हुई कि सड़क पर मोटी चादर सी बिछ गई और फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई। बारिश और तेज हवा के बीच ओलावृष्टि से रबी की फसलों को नुकसान पहुंचा है।  सबसे ज्यादा सरसों और गेहूं की फसल तबाह हुई। इसके साथ ही सब्जियों में आलू, मेथी, गोभी और टमाटर की फसले बर्बाद हो गई है। अनुमान है कि हिसार, भिवानी, फतेहाबाद, जींद, और कैथल के करीब 70 गांवों में ओलावृष्टि से सब्जियों और सरसों की फसल को नुकसान हुआ। वहीं फतेहाबाद के गांव बड़ोपल, मोहम्मदपुर रोही, झुलनिया समेत आधा दर्जन गांवों में ओलावृष्टि हुई।  


पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का हुआ अंतिम संस्कार, बेटी ने दी मुखाग्रि

निगमबोध घाट पर हुआ अंतिम संस्कार, तीनों सेनाओं ने दी सलामी 



राष्ट्रपति मुर्मु, प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सहित गांधी परिवार ने दी उन्हें अंतिम विदाई 

नई दिल्ली।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का शनिवार को निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। उनकी बेटी ने मुखाग्रि दी। राजकीय सम्मान के बाद अंतिम संस्कार की सभी रस्में पूरी हुई। इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को सेना की तोपगाड़ी पर दिल्ली के निगमबोध घाट लाया गया, जहां तीनों सेनाओं ने उन्हें सलामी दी।

निगमबोध घाट में सोनिया, प्रियंका, राहुल और कांग्रेस के बड़े नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति मुर्मु, प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ भी उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे। मनमोहन की पत्नी गुरशरण कौर, बड़ी बेटी उपिंदर सिंह, बेटी दमन सिंह और छोटी बेटी अमृत सिंह निगमबोध घाट पर मौजूद थे। परिवार ने प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात की। 


गुरुवार, 26 दिसंबर 2024

एचएयू में वैज्ञानिक मौत मामला: सांसद सैलजा ने जांच के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

 यूनियन का आरोप: मानसिक उत्पीडऩ के चलते तनाव में थी वैज्ञानिक डॉ. दिव्या

हिसार, टूडे खास खबर। चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों, वैज्ञानिकों और यूनियन पदाधिकारियों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार, बीजों की कालाबाजारी, वैज्ञानिकों, कर्मचारी और छात्रों का मानसिक उत्पीडऩ हो रहा है। मानसिक उत्पीडऩ के चलते तनाव से गोल्ड मेडलिस्ट वैज्ञानिक डॉक्टर दिव्या फोगाट की मौत हो गई, उनका मानसिक उत्पीडऩ करने वालों पर कार्रवाई करवाई जाए। यूनियन ने यह बात पूर्व केंद्रीयमंत्री, सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा को ज्ञापन के माध्यम से कही। 

उन्होंने आरोप लगाया कि विवि में सरकार और संस्था की दखलंदाजी के चलते अनुसंधान और अन्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं और खासवर्ग के लोगों का उत्पीडऩ किया जा रहा है। सांसद ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि इस मामले में मुख्यमंत्री और केंद्रीय शिक्षा मंत्री अनुरोध कर निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी। साथ ही उन्होंने निष्पक्ष जांच करवाने को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखा है।

यह है पूरा मामला: 

आरोप है कि विवि की गोल्ड मेडलिस्ट वैज्ञानिक डॉक्टर दिव्या फोगाट का मानसिक उत्पीडऩ किया गया। डॉ दिव्या फोगाट को मेक्सिको, बांग्लादेश और अन्य कॉन्फ्रेंस में जाने से वंचित किया गया। उनके स्थान पर अन्य को भेजा गया, उन्हें बार-बार कारण बताओ नोटिस देकर और उनकी वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट खराब करके उनका मानसिक उत्पीडऩ किया गया, इस उत्पीडऩ को लेकर वे भारी तनाव में थी और इसी तनाव के चलते उनकी मौत हो गई। 

*वर्जन*

चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विवि के भीतर उत्पीडऩ और प्रशासनिक  अनियमितताओं के कारण वैज्ञानिक मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं जो उनके कार्य और अनुसंधान पर प्रतिकूल असर डाल रहे हैं। वैज्ञानिकों के साथ हो रहे भेदभाव और अनियमितताओं की निपष्क्ष जांच करवाई जाए ताकि वैज्ञानिक बिना किसी दबाव और डर के अपने कार्य संपन्न कर सकें।

कुमारी सैलजा (सीएम के नाम लिखे पत्र अनुसार)


Weather Updates अब नए साल तक झमाझम बरसेंगे बादल! धुंध ढहाएगी कहर

किसानों को सलाह : फसलों में सिंचाई रोक दें, बागवानी उपल जाल का करें प्रयोग 



हिसार/सिरसा, टूडे खास खबर। 

मौसम विभाग ने साप्ताहकि बुलेटिन जारी करते हुए बताया है कि आने वाले दिनों में किसानों के लिए बेहद खुशी की खबर है कि मौसम में बदलाव के चलते अधिकतर जगहों पर बारिश की संभावना बन रही है। मौसम के मद्देनजर विभाग ने किसानों को अलर्ट किया है कि वे अपनी फसलों की सिंचाई एक बार रोक दें, वहीं बागवानी उत्पादक किसान उपल जाल का प्रयोग करें तो बेहतर होगा।

27-28 दिसंबर को मौसम: 

अधिकांश इलाकों में भारी की संभावना है। 

- छिटपुट जगह पर मध्यम से भारी बारिश  

- कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश

- कई इलाकों में हल्की बारिश


* बादलवाई व धुंध

वहीं 27 व 28 दिसंबर को ज्यादातर इलाकों में घने बादल व इक्का-दुक्का जगह पर घनघोर घटा छाने की संभावना है।  29 व 30 दिसंबर को ज्यादातर इलाकों में धुंध की संभावना है!

* हवा व गरज चमक

27 दिसंबर को हल्की से मध्यम पूर्वी हवा, कई जगह मेघगर्जना व कुछ इलाकों में बिजली का चमकने की संभावित है।  28 से 31 दिसंबर तक शीत लहर चलने की संभावना है। 

- कहीं-कहीं हो सकती है ओलावृष्टि

- दक्षिण पूर्वी हरियाणा के कुछ इलाकों में व उत्तर हरियाणा में कहीं-कहीं 27 व 28 दिसंबर को ओले गिरने की संभावना भी है। किसानों को सलाह दी जाती हैं कि फसलों में सिंचाई रोक दें, बागवानी वाले समृद्ध किसान उपल जाल का इस्तेमाल करें। 


शीतलहर में पशुओं की कुछ इस तरह करें देखभाल, दुग्ध उत्पादकता में नहीं आएगी कमी

शीत लहर से पहले ही करें ऐसी तैयारी 








डॉ  विद्यासागर बांसल ने बताए महत्वपूर्ण टिप्स
सिरसा, हरभजन सिद्धू। पशुपालन एवं डेयरी विभाग के पूर्व उपनिदेशक डॉ विद्यासागर बांसल ने बताया कि मौसम में बड़ा बदलाव आया हुआ है। ठंड के चलते पशुओं के बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में उचित देखभाल करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि जब वातावरण का तापमान 4° सेल्सियस से कम हो जाता है तो शीतलहर माना जाता है। इससे पशुओं में नुकसान, पशु कितने समय तक कम तापमान में रहा, वातावरण में नमी का लेवल तथा हवा की गति पर निर्भर करता है। पूर्व में शीतलहर का पूर्वानुमान, आमजन को इस बाबत सचेत करना व शीतलहर से बचाव हेतू समय रहते तैयारी करने से काफी हद तक इससे होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है । शीतलहर से पालतू पशुओं व जंगली जानवरों में सदैव चोटिल होने व मृत्यु होने कि संभावना बनी रहती है । नवजात बालपशु/ युवा पशु/ श्वसनतंत्र की बीमारी से पीड़ित पशु / दुधारू पशु व कमजोर पशुओं पर शीतलहर का प्रभाव अधिक होता है। शीतलहर के दौरान पशुओं के शरीर का तापमान कम हो जाता है, जिससे पशुओं को भूख कम लगना, भारी पशुओं में जोड़ों में दर्द का होना, कुत्तों में कैनल कफ़ व श्वसनतंत्र की बीमारियां आदि का होना अमूमन लक्षण पाये  जाते हैं ।

*शीतलहर से बचाव के उपाय*

1 सर्दियों के दिनों में पशुपालकों को आसपास के मौसम के पूर्वानुमान बारे जानकारी रखना चाहिए।
2 सर्दियों के दिनों में पशुओं के आवास का उचित प्रबंध करना चाहिए। टीन शेड से निर्मित पशु आवास को घास-फूस के छप्पर से चारों ओर से ढक देना चाहिए ताकि पशुओ को ठंडी हवा से बचाया जा सके । पशुबाड़ों का निर्माण मौसम के अनुकूल करना चाहिए ताकि सर्दियों में अधिकतम धूप शेड में आ पाये ।
3 अत्यधिक सर्दी के दौरान पशुबाड़ों में लाइट का उचित प्रबंध होना चाहिए ।
4 सर्दियों के दिनों में धूप निकलने पर पशुओं को धूप में बांधे ताकि उनके शरीर का तापमान सामान्य रहे ।
5 सर्दियों के दिनों में पशुओं को अधिक ऊर्जा पैदा करने वाले अवयव जैसे खल व गुड आदि के साथ-साथ संतुलित आहार दें ताकि पशुओं का शरीर गरम रहे ।
6 सर्दियों के दिनों में पशुओं के बैठने के स्थान को सूखा रखने के लिए पराली इत्यादि का प्रयोग करें ।
7 सर्दियों के दिनों में पशुओं के पीने के लिए गर्म/ गुनगुने पानी का प्रयोग करें ।
8 सर्दियों के दिनों में धूप निकलने पर पशुओं को गर्म/ ताजा पानी से नहलाकर सरसों के तेल की मालिश करे जिससे पशुओं को खुश्की आदि से बचाया जा सके ।
9 नवजात बच्चों व बीमार पशुओं को रात के समय किसी बोरी या तिरपाल से ढक दें तथा धूप निकलने पर हटा दे ।
10 सर्दियों के दिनों में दुधारू पशुओं व 6 मास से अधिक गाभिन पशुओं को अधिक मात्रा में संतुलित पोषाहार दें ।
11 पक्षियों के शेड में तापमान-नियंत्रण यूनिट लगा होना चाहिए ।
12 सर्दियों के दिनो में समय-समय पर पशुओं को मुंहखुर, गलघोटू, पी.पी.आर, ई.टी.वी. शीप पोक्स इत्यादि का टीका पशुचिकित्सक की सलाह अनुसार लगवाना चाहिए ।
13 सर्दियों के दिनों में पशुओं को समय-समय पर कृमि रहित करना चाहिए।
14 पशुओं को बाह्यीय जीवों के प्रकोप से बचाने के लिए समय-समय पर कीटाणुनाशक घोल का छिड़काव करके पशुशालाओं को विसंक्रमित किया जाना चाहिए l

शीतलहर के दौरान पशुपालकों को निम्न कार्य नहीं करने चाहिए


1 सर्दियों में पशुओं को खुले स्थान पर न तो बांधे और न ही घूमने के लिए खुला छोड़ें ।
2. पशुबाड़ों में नमी व धुआँ नहीं होना चाहिए ।
2 सर्दियों में पशुओं को ठंडा आहार व ठंडा पानी नहीं पिलाना चाहिए ।
3 सर्दियों में पशुओं को रात के समय व अत्यधिक ठंड में बाहर नहीं रखना चाहिए ।
4 सर्दियों में जहां तक संभव हो, पशु मेला का आयोजन नहीं करना चाहिए ।
5 पशुओं के मृत शरीर को पशुओं की चारागाह के आस पास दफन नहीं करना चाहिए।

सोमवार, 23 दिसंबर 2024

मुख्यमंत्री नायब सैनी के स्वागत को तैयार फूलकां, गांव में उत्साह का माहौल

हिंदू सम्राट महाराजा सूरजमल की प्रतिमा का आज करेंगे अनावरण, जनसभा को भी करेंगे संबोधित 

खराब मौसम के मद्देनजर कार्यक्रम की दोहरी तैयारी 



समाज के पदाधिकारियों से चर्चा करते कार्यक्रम संयोजक वेद फूलां। 



सिरसा, 23 दिसंबर (हरभजन) : हिंदू सम्राट महाराजा सूरजमल के बलिदान दिवस पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मंगलवार को फूलकां में पहुंचेंगे और जनसभा के द्वारा जाट समाज को भाईचारे का संदेश देंगे। इससे पहले सीएम सैनी गांव में नवनिर्मित पार्क में स्थापित महाराजा सूरजमल की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। कार्यक्रम को लेकर गांव में उत्साह का माहौल है। 

उधर कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए कार्यक्रम संयोजक एवं भाजपा नेता वेद फूलां सोमवार दोपहर को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ रैली स्थल पर पहुंचे और तैयारियों का जायजा लिया। हालांकि सोमवार सुबह हल्की बारिश के बाद एक बार तैयारियों में जुटे कार्यकर्ताओं की चिंता बढ़ गई थी, लेकिन दोपहर बाद मौसम में काफी बदलाव आया। इस दौरान भाजपा नेता वेद फूलां ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, यदि मौसम में बदलाव भी होता तब भी कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसके लिए पूरी व्यवस्था कर ली गई है। 

दर्जनों गांवों के सरपंच फूलकां गौशाला में हुए एकत्रित 

रैलीस्थल में सजावट करते कार्यकर्ता

भारतीय जाट विकास मंच सदस्य डा. राजेंद्र कड़वासरा ने बताया कि मंगलवार को जाट समाज की ओर से फूलकां गांव में एक सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्यातिथि के तौर पर पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सैनी सुबह 10 बजे फूलकां पहुंचने का प्रोग्राम है, जिस दौरान पहले पार्क में स्थापित महाराजा सूरजमल की प्रतिमा का अनावरण होगा। इसके उपरांत मुख्यमंत्री सैनी जनसभा को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम के अंतिम चरण में सीएम फूलकां गौशाला में पहुंचकर गौमाता का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। इससे पहले सोमवार सुबह कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर दर्जनों गांवों के सरपंच फूलकां गौशाला में एकत्रित हुए। इस दौरान भाजपा नेता वेद फूलां ने सरपंचों से विचार-विमर्श किया और कार्यक्रम दौरान लोगों के पहुंचने के विषय में आवश्यक डयूटियां भी लगाई। 

म्हारा तो भाग ही खुल ज्यासी

सीएम कार्यक्रम को लेकर गांव के व्योवृद्ध देवीलाल सिहाग ने कहा कि प्रदेश का मुखिया हमारे गांव में पहुंच रहा है, यह बड़े सौभाग्य की बात है। म्हारा तो भाग ही खुल ज्यासी। गांव की तरक्की का द्वार खुल जाएगा। वहीं पूरे गांव में कार्यक्रम को लेकर बड़ा उत्साह देखने को मिल रहा है। सोमवार को गांव के सैकड़ों युवा कार्यक्रम की तैयारियों में जुटे रहे। 



रविवार, 22 दिसंबर 2024

सीएम साहब! वर्षों से करोड़ों की बिल्डिंग धूल फांक रही, बेटियों के लिए शिक्षण संस्थान ही खोल दो!

 कुमारी शैलजा के प्रयासों से फूलकां में मंजूर हुआ था रिजनल सेंटर, लेकिन भवन तक अटका 

मुख्यमंत्री सैनी से ग्रामीणों ने भवन में नर्सिंग या आईटीआई शिक्षण संस्थान खोलने की उठाई मांग 

खस्ताहाल स्थिति में फूलकां पंचायती भूमि पर खड़ी सरकारी बिल्डिंग। 

सिरसा, 22 दिसंबर (हरभजन) : करीब 31 वर्ष पहले निकटवर्ती गांव फूलकां में तत्कालीन चौधरी भजनलाल की कांग्रेस सरकार को ग्राम पंचायत ने 100 एकड़ भूमि दान स्वरूप देकर केयूके का रिजनल सेंटर बनाने का आग्रह किया था। लेकिन रिजनल सेंटर के नाम पर खड़ी खस्ताहाल बिल्डिंग तीन दशक बाद आज भी गांव का मुंह चिढा रही है। 

24 दिसंबर को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी फूलकां में एक सामाजिक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंच रहे हैं, ऐसे में गांववासियों ने एक सुर में मांग उठाई है कि इस विशालकाय सरकारी भवन में  लड़कियों के लिए नर्सिंग या आईटीआई जैसे शिक्षण संस्थान मंजूर किया जाए ताकि आस-पास के दर्जनों गांव इसका फायदा उठा सकें। 

गौरतलब है कि वर्ष 1993 में तत्कालीन सांसद कुमारी शैलजा के प्रयासों से कांग्रेस सरकार ने फूलकां गांव में केयूके रिजनल सेंटर मंजूर किया था। जिसके लिए ग्राम पंचायत ने 100 एकड़ 5 मरले भूमि दान में दी थी। उसके कुछ समय बाद यहां करीब सवा करोड़ की लागत से तीन मंजिला भवन तैयार हो गया, जिसमें 72 कमरे बनाए गए हैं। बाद में पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की सरकार में सन् 1999 में इस बिल्डिंग की रिमॉडलिंग के लिए सवा लाख रूपये भी मंजूर हुए, लेकिन उद्घाटन से दो दिन पूर्व ही तत्कालीन सरकार द्वारा इस रिजनल सेंटर को सिरसा शिफ्ट कर दिया गया। जिसके बाद यह भवन लावारिस स्थिति में आ गया। हालांकि ग्राम पंचायत द्वारा बार-बार आग्रह के बाद जिला प्रशासन ने तत्कालीन सांसद अशोक तंवर के प्रयासों से यहां लड़कियों के लिए कढ़ाई-सिलाई का प्रशिक्षण सेंटर खोला गया, जो करीब दो वर्ष बाद बंद हो गया। 

महिला सरपंच कलावती देवी ने कोर्ट में उठाया था मुद्दा, वापिस मिली भूमि

वर्ष 2007 में सरपंच कलावती देवी व पंच राकेश हरलिया ने रिजनल सेंटर के नाम छोड़ी गई भूमि को हाईकोर्ट में चेलेंज करते हुए यह दलील दी कि यहां घोषित सेंटर बनाया जाए या फिर यह भूमि ग्राम पंचायत को वापिस दी जाए। इस दौरान भूमि पर 3 साल तक एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार ने काश्त की। लेकिन हाईकोर्ट ने सन् 2010 में यह भूमि पंचायत को वापिस करने का आदेश दे दिया। जिसके बाद यह भूमि ग्राम पंचायत द्वारा काश्त के लिए पट्टेधारी पर छोड़ी जा रही है, किंतु यह बिल्डिंग तभी से लावारिस हालत में है और नशेडिय़ों की शरणस्थली बनी हुई है। 

सीएचसी विद नर्सिंग कॉलेज बने तो लड़कियों के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के फूलकां आगमन को लेकर ग्रामवासियों ने मांग उठाई है कि यदि प्रदेश सरकार द्वारा यहां लड़कियों के हित में सीएचसी विद नर्सिंग कालेज मंजूर कर दिया जाए तो यह लड़कियों के लिए रोजगार परक साबित हो सकता है। क्योंकि नर्सिंग कालेज खुलने से एनएनएम, जीएनएम व बीएससी नर्सिंग करने की सुविधा मिलेगी, वहीं सीएचसी में अभ्यास करने का पूरा अवसर भी मिलेगा। 

फिलहाल सिरसा में एक एएनएम कालेज है जो सिविल हॉस्पिटल में स्थापित है। इसके अलावा यहां लड़कियों के लिए आईटीआई खोलने पर भी विचार किया जा सकता है, ऐसा शिक्षण संस्थान बनने से फूलकां ही नहीं, आस-पास के दर्जनों गांवों की बेटियों को शिक्षा हासिल करने में सुविधा उपलब्ध होगी। 



अनूठा रिकार्ड : 5 वर्षीय ऐशरीत इन्सां ने एक मिनट में सुनाई 14 इंग्लिस कविताएं

इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज हुआ यह कारनामा

सिरसा, 22 दिसंबर। 

यूकेजी कक्षा की 5 वर्षीय होनहार छात्रा ऐशरीत ने एक मिनट में 14 इंग्लिस कविताएं सुनाकर अनूठा रिकार्ड बनाया है। इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड ने ऐशरीत की इस उपलब्धि को दर्ज करते हुए अवार्ड जारी किया है। 


इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड के साथ ऐशरीत व आरबीआई द्वारा जारी अवार्ड। 

जानकारी अनुसार, शाह सतनाम जी गल्र्ज स्कूल की यूकेजी कक्षा की बालिका ऐशरीत इन्सां ने कमाल का हुनर दिखाया है। ऐशरीत ने एक मिनट में सबसे ज्यादा अंग्रेजी कविताएँ सुनाने का रिकॉर्ड बनाया है। उसने एक मिनट में 14 अंग्रेजी की कविताएं सुनाकर रिकॉर्ड कायम किया है। इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड ने ऐशरीत के इस शानदार प्रदर्शन को रिकार्ड के तौर पर दर्ज किया है।

 आईबीआर द्वारा इसकी 10 सितंबर, 2024 को पुष्टि की गई। ऐशरीत के पिता सुरेंद्र पाल इन्सां व माता अनमोल खुराना इन्सां ने बताया कि ऐशरीत बेशक अभी उम्र में बहुत छोटी है, लेकिन उसके पास शब्दों के उच्चारण की गजब क्षमता है। अभी ऐशरीत साढ़े 5 साल की है, ऐसे में इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवाना हमारे के लिए बड़े ही गर्व की बात है। उन्होंने अपनी बेटी की इस उपलब्धि का श्रेय पूज्य गुरु संत डॉ गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को देते हुए कहा कि पूज्य गुरु जी के बेहतर मार्गदर्शन और रहमत की बदौलत ही यह सफलता हासिल हुई है। 

उधर, इस उपलब्धि पर शाह सतनाम जी गल्र्ज स्कूल में खुशी का माहौल है। प्रिंसीपल शीला पूनिया ने बताया कि ऐशरीत की यह कामयाबी स्कूल के अन्य बच्चों के लिए प्रेरणा है। उन्होंने होनहार ऐशरीत के उज्जवल भविष्य की कामना की। 





शुक्रवार, 20 दिसंबर 2024

सीएम कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने फूलकां पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष शीशपाल कंबोज व वेद फूलां

 सामाजिक कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर

सिरसा, 20 दिसंबर : महाराजा सूरजमल के बलिदान दिवस पर फूलकां गांव में आयोजित सामाजिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आगमन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। शुक्रवार को इन तैयारियों का जायजा लेने के लिए भाजपा सिरसा के जिलाध्यक्ष शीशपाल कंबोज व फतेहाबाद जिलाध्यक्ष वेद फूलां भारतीय जाट विकास मंच की टीम के साथ पहुंचे और कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करते हुए आवश्यक विषयों पर चर्चा की। 

जायजा लेते भाजपा पदाधिकारी व जाट समाज के गणमान्य लोग। 
इस अवसर पर भारतीय जाट विकास मंच की ओर से डा. राजेंद्र कड़वासरा ने बताया कि जाट समाज के कुछ लोगों ने टूटते सामाजिक ताने-बाने को फिर से पिरोने के लिए यह भारतीय जाट विकास मंच तैयार किया है, जिसके द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित करवाया जा रहा है। यह कार्यक्रम बीजेपी पार्टी या प्रशासनिक कार्यक्रम नहीं है, अपितु पूरी तरह से सामाजिक कार्यक्रम है, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का आना बड़े गौरव की बात है। यह फूलकां गांव के लिए भी बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा सकता है। 

मुख्यमंत्री सैनी 24 दिसंबर को यहां महाराजा सूरजमल के बलिदान दिवस पर पार्क में स्थापित उनकी प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके लिए कार्यक्रम की तैयारियां चल रही है। वहीं इस दौरान जिलाध्यक्ष शीशपाल कंबोज ने दावा किया कि कार्यक्रम में 10 हजार से ज्यादा लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। इस अवसर पर भारतीय जाट विकास मंच के पदाधिकारी एवं एडवोकेट हनुमान गोदारा, भाजपा नेता यतिंद्र सिंह एडवोकेट, एडवोकेट मनीष, गौशाला प्रधान रविंद्र कुलडिय़ा सहित बड़ी संख्या में गांव के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। 

कार्यक्रम में पहुंचेंगे शिक्षामंत्री महिपाल ढांडा!

फूलकां में आयोजित इस कार्यक्रम में जहां मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्यातिथि होंगे, वहीं प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा भी शिरकत कर सकते हैं। भारतीय जाट विकास मंच की ओर से शिक्षामंत्री को निमंत्रण दिया गया। पूर्व सरपंच मुकेश लाखलान व अनिल खिचड़ ने बताया कि शिक्षामंत्री ढांडा ने कार्यक्रम में पहुंचने की हामी भरी है। 



नशा रोकने में अकेली पुलिस कुछ नहीं कर सकती, सभी लोग जागरूक हों : डीएसपी विकास कृष्ण

बाजेकां में ग्राम पंचायत द्वारा नशा मुक्त सेमिनार आयोजित

सिरसा, 20 दिसंबर (हरभजन) : पुलिस प्रशासन द्वारा प्रदेशभर में नशा मुक्त मुहिम चलाई जा रही है, लेकिन इस कार्य में अकेली पुलिस कुछ नहीं कर सकती है, जब तक आमजन जागरूक नहीं होगा। समाज को नशा मुक्त करने के लिए सामाजिक संस्थाओं व आमजन को आगे आना होगा, तभी यह मुहिम सार्थक हो पाएगी।

 यह बात डीएसपी विकास कृष्ण ने शुक्रवार को बाजेकां गांव में रेडक्रॉस सोसायटी, पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग व ग्राम पंचायत द्वारा आयोजित संयुक्त एक दिवसीय नशामुक्ति जागरूकता सेमिनार दौरान कही। इस दौरान डीएसपी विकास ने उपस्थित लोगों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई। इस दौरान पौधारोपण भी किया गया। इससे पहले सरपंच प्रतिनिधि राजेंद्र कंग ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। कार्यक्रम में नेजाडेला के युवाओं ने नाटक का मंचन करते हुए नशे पर कड़ा प्रहार किया। 


कार्यक्रम दौरान डीएसपी विकास कृष्ण ने कहा कि कोई बच्चा गर नशा कर रहा है तो सबसे बड़ा फैलीयर उसकी मां का है। एपीजे अब्दुल कलाम आजाद इतने बड़े साईंटिस्ट बने तो यह उनकी मां की तपस्या थी। और मैं भी देश के लिए ओलंपिक अपनी मां की वजह से ही खेल। इसलिए सबसे पहले माता-बहनों को यह समझना होगा कि यदि उनका बच्चा नशे में लगा हुआ तो वे उसे बेहतर तरीके से समझा सकती हैं, क्योंकि एक बच्चा अपनी मां से कभी अलग नहीं होता।

 इसलिए माता-बहनों का यह प्रण करना होगा कि यदि हमारा बच्चा गलत दिशा में चला गया है तो उसे सुधारने का आज से ही प्रयास शुरु करना है। यदि आपका बच्चा सही है तो उसकी संगति पर भी अवश्य नजर रखें। उन्होंने कहा कि नशा करने वाला मानसिक रूप से बीमार हो जाता है, यदि उसे समझाना है तो उसके लिए नशेड़ी जैसी शब्दों का इस्तेमाल कभी मत करो। यदि नशा प्रवृति में घिरा इन्सान निश्चय कर ले तो अवश्य नशा छोड़ सकता है। युवाओं को पता होता है कि गांव में कौन लोग नशा बेचते हैं और कौन नशा को छोडऩा चाहता है, ऐसे में पुलिस के सिविल डिपार्टमेंट की मदद को आगे आएं। 

अभिभावक अपने बच्चे की कमियां सुनने की आदत बनाए

डीएसपी ने भावदीन गांव का उदाहरण पेश करते हुए कहा कि कई बार ऐसे मामले भी सामने आते हैं कि कोई पड़ोसी या शुभचिंतक किसी माँ-बाप को जब यह बताता है कि आपका बच्चा गलत संगति में पड़ गया है, या नशा करने लगा है तो लोग उलटा उन्हें ही बुरा-भला कहने लगते हैं कि हमारे बच्चे को बिना वजह बदनाम किया जा रहा है। लेकिन ऐसे अभिभावक अपने बच्चे का ही घात करते हैं। 

नशा तस्करों की जमानत करवाने से गुरेज करें ग्रामवासी 

वहीं प्रेस कांफ्रेंस दौरान डीएसपी ने गांव के लोगों को आह्वान किया कि पुलिस बड़ी मुश्किल से नशा तस्करी करने वालों को पकड़ती है, ऐसे में गांव के लोग ही उनकी जमानत करवाने को थाने में पहुंच जाते हैं। यदि नशे को जड़ से खत्म करना है तो लोगों को जागरूक होना होगा। उन्होंने कहा कि गांव की पंचायतों की ओर से पुलिस प्रशासन को नशा खत्म करने की मुहिम में काफी हद तक सहयोग मिल रहा है। डीएसपी ने कहा कि पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के निर्देशानुसार जिला पुलिस द्वारा युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए लगातार गांव दर गांव जाकर खेल प्रतियोगिताएं करवाकर उन्हें नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। बाजेकां में भी रस्साकशी का मुकाबला करवाया गया। 

इस अवसर पर सामान्य हस्पताल से डॉक्टर विकास, रेडक्रॉस सोसाइटी सिरसा के सचिव लाल बहादुर बेनीवाल, सदर सिरसा थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर संदीप कुमार, सरपंच कुलवीर कौर, सरपंच प्रतिनिधि राजेंद्र सिंह कंग सहित आसपास के अनेक गांवों के प्रतिनिधि, ग्रामीण तथा युवा मौजूद रहे ।

शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024

सीएम सैनी के आगमन को लेकर फूलकां में ग्रामीणों की हुई बैठक, कार्यक्रम की तैयारियां शुरु

* पूरा समाज महाराजा सूरजमल का हमेशा ऋणी रहेगा : राजेंद्र कड़वासरा 

महाराजा सूरजमल के बलिदान दिवस पर फूलकां गांव मेें होगा भव्य कार्यक्रम 

सिरसा, 13 दिसंबर (हरभजन) : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आगामी 24 दिसंबर को फूलकां में आगमन को लेकर ग्रामीणों ने शुक्रवार को पंचायत घर में एक अहम बैठक बुलाई, जिसमें कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर रूपरेखा तैयार की गई। 

इस दौरान भारतीय जाट विकास मंच के प्रधान राजेंद्र कड़वासरा, कोषाध्यक्ष एडवोकेट हनुमान गोदारा, सरपंच कैलाश राठी सहित ने अनेक गणमान्य लोगोंं ने शिरकत की। बता दें कि सीएम सैनी महाराजा सूरजमल के बलिदान दिवस से एक दिन पूर्व फूलकां में नवनिर्मित पार्क में स्थापित महाराजा सूरजमल की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। 


मीटिंग के दौरान भारतीय जाट विकास मंच के प्रधान राजेंद्र कड़वासरा।

जानकारी अनुसार, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर फूलकां गांव के पंचायत घर में एक बैठक हुई, जिसमें बड़ी संख्या में गांव के मौजिज लोगों ने भाग लिया। बैठक में कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर विचार-विमर्श किया गया। वहीं गांव में वर्षों से लंबित कई मांगों पर सहमति बनाई गई। इस दौरान भारतीय जाट विकास मंच के प्रधान राजेंद्र कड़वासरा ने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 24 दिसंबर को फूलकां में महाराजा सूरजमल जी के बलिदान दिवस पर एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंच रहे हैंं। महाराजा सूरजमल ने समाज कल्याण के लिए अपना बलिदान दिया। उन्होंने एक जाति या समुदाय विशेष के लिए नहीं, अपितु पूरे समाज के लिए जीवनभर संघर्ष किया। ऐसी महान विभूतियों की प्र्रतिमा का सीएम के हाथों अनावरण होना गांव के साथ-साथ इस क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। मीटिंग में सरपंच कैलाश राठी, सुरेश सेरडिय़ा, राय सिंह खिचड़, प्रहलाद कुलडिय़ा, आत्मा राम कुलडिय़ा, मा. ओमप्रकाश ढाका, रामुकमार राड़, देवीलाल सिहाग, सिद्धार्थ, कैलाश, रामकिशन कुहाड़ सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। 

* गांव में मुंह बाए खड़ी हैं दर्जनभर समस्याएं 

गौशाला प्रधान रविंद्र कुलडिय़ा ने बताया कि सीएम कार्यक्रम को लेकर हुई बैठक में गांव की समस्याओं पर भी विचार-विमर्श किया गया। गांव में पेयजल की समस्या बड़ी विकट है, इसके लिए सिरसा मेजर नहर से जलघर को पेयजल आपूर्ति देने की मांग उठाई जा रही है। वहीं पंचायती भूमि पर वर्षों से खड़े करोड़ों की लागत से बने तीन मंजिला सरकारी भवन के सदुपयोग व गांव की सभी ढाणियों में बिजली पहुंचाने जैसी दर्जनभर मांगों पर भी विचार किया गया। इसके अलावा गौशाला से मोरीवाला गांव तक सड़क बनाने के अलावा रेलवे पर अंडरपास व फूलकां से सिंकदरपुर सड़क मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज की मांग उठी। इस समस्याओं को सीएम के सामने रखा जाएगा। बता दें कि फूलकां से नेशनल हाईवे मार्ग पर करीब 3 सौ मीटर सड़क पिछले दो वर्षों से खस्ताहाल है। ग्रामीणों द्वारा बार-बार मांग उठाने पर विभाग इस संंबंध में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे। ग्रामीणों को उम्मीद जगी है कि मुख्यमंत्री आगमन से शायद इस सड़क के हालात सुधर जाएंगे। 



शनिवार, 7 दिसंबर 2024

महिला सशक्तिकरण: अब गांवों की लड़कियांं भी खेलेंगी टी-ट्वंटी क्रिकेट, लगेंगे चौके-छक्के

धिंगतानिया गांव में एक दिवसीय ग्रामीण क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन 

सिरसा, 7 दिसंबर (हरभजन) : अकसर गांव की गलियों में लड़के क्रिकेट के शॉट लगाते हुए आम देखने को मिल जाते हैं, लेकिन अब गांवों की बेटियां भी ग्रामीण आंचल में बने खेल मैदानों में चौके-छक्के लगाकर हुई दिखाई देंगी। धिंगतानिया गांव ने इसको लेकर एक नायाब पहल की है। 

मैदान का निरीक्षण करते हुए अम्पायर।

दरअसल, धिंगतानिया गांव की ग्राम पंचायत व ग्रामीणों ने भारत सरकार के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की तर्ज पर बेटियों को खिलाओ मुहिम शुरू करते हुए लड़कियों के लिए गांव में 7 दिसंबर को एक दिवसीय ग्रामीण टी-ट्वंटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन रखा है।

 इस दौरान बेटियों को खेलों के साथ-साथ कुशल नेतृत्व के गुर भी सिखाए जाएंगे। टूर्नामेंट में मुख्यातिथि के तौर पर समाजसेवी गोबिंद कांडा, मनरेगा एबीपीओ हर्षबाला, पंचायत सेक्रेटरी सुनीता शर्मा व एएसआई कोमल विशेष तौर पर पहुंचेंगे। 

धिंगतानिया गांव के युवा सरपंच एवं किक्रेट के हरफनमौला खिलाड़ी रहे राकेश न्यौल ने इस बारे में बताया कि गांवों में लड़के अकसर क्रिकेट, कब्बडी जैसे खेल खेलते रहते हैं। समय बदल रहा है, ऐसे में गांव की बेटियों को भी खेलों में पूरा अवसर मिलना चाहिए। 

इसी सोच को लेकर ग्राम पंचायत व ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से लड़कियों के लिए टी-ट्वंटी क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि गांवों में इन दिनों लैदर बॉल का खेल लुप्त होने के कंगार पर पहुंच गया है, इसलिए लड़कियों के इस टूर्नामेंट में विशेष तौर पर लैदर बॉल का प्रयोग किया जाएगा। 

बिना इंट्री खेलेंगी टीमें, कमेटी खुद उपलब्ध करवाएगी बॉल 

इस एक दिवसीय इनामी टूर्नामेंट में प्रथम स्थान पाने वाली टीम को 95 सौ, जबकि रनरअप टीम को 75 सौ रूपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इसमें चार टीमें भाग लेंगी, जिनसे कोई एंट्री फीस नहीं ली जाएगी। मैच के दौरान बॉल भी टूर्नामेंट कमेटी की तरफ से फ्री देगी, वहीं खाने-पीने की व्यवस्था के अलावा हर खिलाड़ी को किराया भी दिया जाएगा। खास बात यह भी है कि इस टूर्नामेंट में किसी भी गांव की लड़की किसी भी टीम में भाग ले सकती है, यानि यह ओपन टूर्नामेंट है। 

राकेश न्यौल, सरपंच धिंगतानियां। 

बेटी उत्थान के लिए केंद्र व हरियाणा सरकार बहुत प्रयास कर रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में अभी भी काफी हद तक बेटियां घरों से बाहर नहीं निकल पा रही, खासकर खेलों के क्षेत्र में। ग्राम पंचायत व ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से पहली बार लड़कियों के लिए क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित करने का निश्चय किया है। मैंने खुद भी बहुत क्रिकेट खेली है, मेरा प्रयास रहेगा कि हर वर्ष ऐसा टूर्नामेंट हो, ताकि गांव स्तर पर बेटियों में खेलों के प्रति और रूचि बढ़ सके। 


महावीर न्यौल, पूर्व क्रिकेटर। 

गांव स्तर पर खेलों के ऐसे आयोजन नि:संदेह बेटियों को प्रोत्साहित करेंगे। सभी ग्राम पंचायतों को चाहिए कि वे लड़कियों के लिए विशेष तौर पर खेल करवाएं, ताकि उनमें छुपी प्रतिभा निकलकर सामने आ सके। 


 मा. बदरी प्रसाद, पूर्व क्रिकेटर।                                                                                                                                                                                                                         आजकल लड़कियां हर क्षेत्र में लड़कों के बराबर खड़ी हैं, ऐसे में ग्राम पंचायत का बेटियों के लिए यह प्रयास सराहनीय है। यदि गांव स्तर पर लड़कियों के लिए इसी तरह के क्रिकेट टूर्नामेंट होने लगें तो देश के लिए और बेहतर खिलाड़ी तैयार होंगे। 


ग्रामीण आंचल में पली-बढ़ी बेटियों को खेलों से दोहरा फायदा होगा, जहां उनमें कुशल नेतृत्व का विकास होगा, वहीं उनमें आत्मरक्षा के गुण भी पैदा होंगे। गांववासियों का यह प्रयास अन्य गांवों के लिए प्रेरणा साबित होगा।
 -धर्मचंद सोलंकी, एडवोकेट।