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शुक्रवार, 20 दिसंबर 2024

नशा रोकने में अकेली पुलिस कुछ नहीं कर सकती, सभी लोग जागरूक हों : डीएसपी विकास कृष्ण

बाजेकां में ग्राम पंचायत द्वारा नशा मुक्त सेमिनार आयोजित

सिरसा, 20 दिसंबर (हरभजन) : पुलिस प्रशासन द्वारा प्रदेशभर में नशा मुक्त मुहिम चलाई जा रही है, लेकिन इस कार्य में अकेली पुलिस कुछ नहीं कर सकती है, जब तक आमजन जागरूक नहीं होगा। समाज को नशा मुक्त करने के लिए सामाजिक संस्थाओं व आमजन को आगे आना होगा, तभी यह मुहिम सार्थक हो पाएगी।

 यह बात डीएसपी विकास कृष्ण ने शुक्रवार को बाजेकां गांव में रेडक्रॉस सोसायटी, पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग व ग्राम पंचायत द्वारा आयोजित संयुक्त एक दिवसीय नशामुक्ति जागरूकता सेमिनार दौरान कही। इस दौरान डीएसपी विकास ने उपस्थित लोगों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई। इस दौरान पौधारोपण भी किया गया। इससे पहले सरपंच प्रतिनिधि राजेंद्र कंग ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। कार्यक्रम में नेजाडेला के युवाओं ने नाटक का मंचन करते हुए नशे पर कड़ा प्रहार किया। 


कार्यक्रम दौरान डीएसपी विकास कृष्ण ने कहा कि कोई बच्चा गर नशा कर रहा है तो सबसे बड़ा फैलीयर उसकी मां का है। एपीजे अब्दुल कलाम आजाद इतने बड़े साईंटिस्ट बने तो यह उनकी मां की तपस्या थी। और मैं भी देश के लिए ओलंपिक अपनी मां की वजह से ही खेल। इसलिए सबसे पहले माता-बहनों को यह समझना होगा कि यदि उनका बच्चा नशे में लगा हुआ तो वे उसे बेहतर तरीके से समझा सकती हैं, क्योंकि एक बच्चा अपनी मां से कभी अलग नहीं होता।

 इसलिए माता-बहनों का यह प्रण करना होगा कि यदि हमारा बच्चा गलत दिशा में चला गया है तो उसे सुधारने का आज से ही प्रयास शुरु करना है। यदि आपका बच्चा सही है तो उसकी संगति पर भी अवश्य नजर रखें। उन्होंने कहा कि नशा करने वाला मानसिक रूप से बीमार हो जाता है, यदि उसे समझाना है तो उसके लिए नशेड़ी जैसी शब्दों का इस्तेमाल कभी मत करो। यदि नशा प्रवृति में घिरा इन्सान निश्चय कर ले तो अवश्य नशा छोड़ सकता है। युवाओं को पता होता है कि गांव में कौन लोग नशा बेचते हैं और कौन नशा को छोडऩा चाहता है, ऐसे में पुलिस के सिविल डिपार्टमेंट की मदद को आगे आएं। 

अभिभावक अपने बच्चे की कमियां सुनने की आदत बनाए

डीएसपी ने भावदीन गांव का उदाहरण पेश करते हुए कहा कि कई बार ऐसे मामले भी सामने आते हैं कि कोई पड़ोसी या शुभचिंतक किसी माँ-बाप को जब यह बताता है कि आपका बच्चा गलत संगति में पड़ गया है, या नशा करने लगा है तो लोग उलटा उन्हें ही बुरा-भला कहने लगते हैं कि हमारे बच्चे को बिना वजह बदनाम किया जा रहा है। लेकिन ऐसे अभिभावक अपने बच्चे का ही घात करते हैं। 

नशा तस्करों की जमानत करवाने से गुरेज करें ग्रामवासी 

वहीं प्रेस कांफ्रेंस दौरान डीएसपी ने गांव के लोगों को आह्वान किया कि पुलिस बड़ी मुश्किल से नशा तस्करी करने वालों को पकड़ती है, ऐसे में गांव के लोग ही उनकी जमानत करवाने को थाने में पहुंच जाते हैं। यदि नशे को जड़ से खत्म करना है तो लोगों को जागरूक होना होगा। उन्होंने कहा कि गांव की पंचायतों की ओर से पुलिस प्रशासन को नशा खत्म करने की मुहिम में काफी हद तक सहयोग मिल रहा है। डीएसपी ने कहा कि पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के निर्देशानुसार जिला पुलिस द्वारा युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए लगातार गांव दर गांव जाकर खेल प्रतियोगिताएं करवाकर उन्हें नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। बाजेकां में भी रस्साकशी का मुकाबला करवाया गया। 

इस अवसर पर सामान्य हस्पताल से डॉक्टर विकास, रेडक्रॉस सोसाइटी सिरसा के सचिव लाल बहादुर बेनीवाल, सदर सिरसा थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर संदीप कुमार, सरपंच कुलवीर कौर, सरपंच प्रतिनिधि राजेंद्र सिंह कंग सहित आसपास के अनेक गांवों के प्रतिनिधि, ग्रामीण तथा युवा मौजूद रहे ।

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